पुराना नजला और जुकाम। जुकाम, खांसी, सर्दी लगना हर उम्र के लोगों की आम समस्या है, जुकाम अगर 3 दिन तक रहे ओर ठीक हो जाए तो ये नॉर्मल होता है ओर हमारे शरीर के लिए अच्छा भी होता है क्योंकि जुकाम के द्वारा हमारे शरीर की गंदगी बाहर निकल जाती है। परंतु अगर जुकाम 3 दिन से ज्यादा रहता है ओर बार बार हो जाता है तो इसके बारे में सोचने की आवश्यकता है, इस लेख में हम विस्तार से नजले से संबंधी जानकारी पढ़ेंगे।
टेबल ऑफ कॉन्टेंट:
- नजला होने के लक्षण
- नजला किस वायरस की वजह से होता है
- नजला ओर जुकाम में अंतर
- पुराना नजला का इलाज
- नजले में कोन सी दवा लेनी चाहिए ।
लक्षण ओर वह वायरस जिससे नजला होता है
नाक से पानी आना , गाढ़ा बलगम , छींक आना, सिरदर्द रहना , गले में सुखी खांसी , नाक की हड्डी बढ़ना , नाक बंद रहना , सांस लेने में तकलीफ होना , नाक और मुख से दुर्गन्ध आना , भूख कम होना, बालों का झड़ना और सफ़ेद होना ,बुखार आना , सुंघने व स्वाद की क्षमता खत्म आदि सब नजले के लक्षण हो सकते है। जुकाम 3 प्रकार के वायरस से होता है A (H3N2) वायरस, A ( H1N2) वायरस ओर B वायरस । जिस प्रकार के वायरस से जुकाम ओर नजला होता है उसी प्रकार के वेक्सेन लगते है।
नजला ओर जुकाम में अंतर
अगर 3 दिन से ज्यादा जुकाम रहता है ओर किसी भी प्रकार की एलर्जी से जल्दी जल्दी जुकाम होता है तो वह नजला हो सकता है ।आयुर्वेद के अनुसार नजले का वर्गीकरण (Classification of Najala according to Ayurveda)
एलर्जिक राइनाइटिस (Allergic Rhinitis) : नाक की अंदर की स्कीन में सूजन आना एलर्जिक राइनाइटिस कहलाती है।साइनोसाइटिस (Sinusitis): नाक की हड्डी बढ़ जाना और सूजन आना साइनोसाइटिस कहलाता है।
:वातज (नाक में सूखापन और दर्द)पित्तज (नाक में जलन और गर्मी का अहसास)कफज (अत्यधिक गाढ़ा स्राव)रक्तजन्य (नाक में अत्यधिक जलन और दर्द)दुष्ट प्रतिश्याय (पीनस) (Chronic history of the disease with mixed complicated sympto
पुराने नजले का इलाज ( remedy for Najla)
काढ़ा – आयुर्वेदिक दवा के साथ ही नजला का घरेलु इलाज भी काफी फायदेमंद साबित होता है। जिसमें घर पर ही काढ़ा बनाकर पीने से रोगी को राहत मिलती है। ये काढ़ा इस प्रकार है:अदरक और गुड़ का काढ़ा।काली मिर्च व नींबू का काढ़ा।अजवाइन व गुड़ का काढ़ा।दालचीनी का काढ़ा।लौंग-तुलसी और काला नमक का काढ़ा।इलायची व शहद का काढ़ा।इसके अलावा शहद और अदरक का रस एक-एक चम्मच मिलाकर सुबह-शाम पीने से नजले में फायदा आता है।नागरबेल (पान) के 2 से 4 पत्ते चबा लेना भी फायदेमंद है।हल्दी और दूध गरम कर उसमें गुड़ मिलाकर पीने से जुकाम, कफ़, व शरीर में होने वाले दर्द से राहत मिलती है|सुबह-शाम अजवायन की फंकी लेने से भी आराम मिलता है|
अस्वीकार –
यह एक सामान्य जानकारी है, सटीक इलाज़ के लिए अपने चिकित्सक से परामर्श ले,healthyjindgi इसका कोई दवा नहीं करता कि ये जानकारी कितनी सटीक है।